बहुत देखे मंदिर मस्जिद ऐसा धाम न देखा है, मां पिता के चरणों में सूरज को उगते देखा है बहुत देखे मंदिर मस्जिद ऐसा धाम न देखा है, मां पिता के चरणों में सूरज को...
हर राह पर मेरा हाथ थामने वाली तू ही है माँ, तू ही है। हर राह पर मेरा हाथ थामने वाली तू ही है माँ, तू ही है।
मां त्याग है ,तपस्या है ,सेवा है, मां फूक से ठंडा किया कलेवा है I मां त्याग है ,तपस्या है ,सेवा है, मां फूक से ठंडा किया कलेवा है I
हर्ष उल्लास से कट जाती है जज्बा-जुनून हो तन मन..... हर्ष उल्लास से कट जाती है जज्बा-जुनून हो तन मन.....
यहाँ मानव से पशु पक्षी तथा प्रकृति चहूँ ओर बस चारों ओर राधाकृष्ण राधाकृष्ण यहाँ मानव से पशु पक्षी तथा प्रकृति चहूँ ओर बस चारों ओर राधाकृष्ण राधाकृष्ण
माँ, एक युग यूँ ही बीत गया। लंबा सफर तय किया तुमने! माँ, एक युग यूँ ही बीत गया। लंबा सफर तय किया तुमने!